इंग्लैंड
ने शुक्रवार को 'द रोज बाउल स्टेडियम' में खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के अपने चौथे मैच में वेस्टइंडीज को 8 विकेट
से करारी मात दी। इंग्लैंड ने विंडीज को इस मैच में बल्ले और गेंद दोनों से एकतरफा
मात दी। मेजबान टीम के कप्तान ओएन मोर्गन ने टॉस जीत विंडीज को बल्लेबाजी के लिए
बुलाया, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने तूफानी बल्लेबाजी करने के लिए मशहूर
विंडीज का बल्लेबाजी क्रम सिर्फ 44.4 ओवरों में 212 रनों पर ढेर हो गया। विंडीज के
लिए निकोलस पूरन ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए जोफ्रा आर्चर और
मार्क वुड ने तीन-तीन विकेट लिए। आसान से लक्ष्य को इंग्लैंड ने 33.1 ओवरों में दो
विकेट खोकर हासिल कर लिया।
इस मैच
में जेसन रॉय के फील्डिंग के दौरान चोटिल होने के कारण सलामी बल्लेबाजी करने आए
इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान जोए रूट ने नाबाद 100 रनों की पारी खेली। इस पारी
में रूट ने 94 गेंदों का सामना किया और 11 चौके लगाए। यह रूट का इस विश्व कप में
दूसरा शतक है। इससे पहले वे पाकिस्तान के खिलाफ भी 107 रन बना चुके हैं। रूट ने
गेंद से भी योगदान दिया और दो विकेट निकाले। अपने हरफनमौला खेल के लिए रूट मैन ऑफ
द मैच चुने गए। इस जीत से इंग्लैंड 10 टीमों की अंकतालिका में दूसरे स्थान पर
पहुंच गई है। उसके चार मैचों में छह अंक हो गए हैं।
ऑस्ट्रेलिया
के भी छह अंक हैं, लेकिन मेजबान टीम का नेट रन रेट मौजूदा विजेता से बेहतर है। इस
विश्व कप में वेस्टइंडीज की गेंदबाजी काफी अच्छी रही है। इसी को देखकर लगा था कि
इंग्लैंड को आसान से लक्ष्य में भी थोड़ी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसा हालांकि हुआ नहीं। रूट और जॉनी बेयरस्टॉ (45) ने टीम को दमदार शुरुआत दे
विंडीज की शुरुआती सफलता हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इन दोनों ने
पहले विकेट के लिए 95 रन जोड़े। शैनन गैब्रिएल ने बेयरस्टॉ को अर्धशतक पूरा नहीं
करने दिया और 15वें ओवर की चौथी गेंद पर कालोर्स ब्रैथवेट के हाथों कैच
कराया।
जॉनी
बेयरस्टॉ के जाने के बाद जो रूट और क्रिस वोक्स (40) ने विंडीज के गेंदबाजों को
आसानी से खेला। रॉय के अलावा इंग्लैंड के कप्तान ओएन मोर्गन भी फील्डिंग के दौरान
चोटिल हो गए थे। इसलिए जरूरी था कि यहां एक अच्छी साझेदारी हो ताकि मेजबान टीम को
किसी तरह की परेशानी नहीं आए। समय की मांग को भांपते हुए रूट और वोक्स ने दूसरे
विकेट के लिए 104 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड की जीत तय कर दी। 199 के कुल स्कोर
पर हालांकि वोक्स गैब्रिएल का दूसरा शिकार बने। उनके जाने के बाद रूट ने अपना
शतक पूरा किया और बेन स्टोक्स (नाबाद 10) के साथ मिलकर अपनी टीम को जीत दिलाई।
इससे
पहले, विंडीज के लिए पूरन ही अर्धशतक जमा सके, बाकी कोई और बल्लेबाज उनका साथ नहीं
दे सका। विंडीज के कुछ और बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत जरूर की लेकिन बड़ी पारी नहीं
खेल सके। वोक्स ने इविन लुइस (2) को पैर नहीं जमाने दिए। तीसरे ओवर की आखिरी गेंद
पर लुइस चार के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट लिए। शे होप (11) और क्रिस गेल (36) ने
टीम को 50 के पार पहुंचाया। टीम का स्कोर 54 था तभी लियाम प्लंकट ने गेल को
बेयरस्टो के हाथों कैच कराया। एक रन बाद होप, वुड की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए
गए।
विंडीज
को संकट से बाहर निकालने की जिम्मेदारी पूरन और शिमरन हेटमायेर (39) ने ली। दोनों
ने चौथे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी कर विंडीज को अच्छे स्कोर के रास्ते पर
बनाए रखा। इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन ने इस साझेदारी को तोड़ने के लिए रूट पर दांव
खेला जो सफल रहा। हेटमायर, रूट को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे। रूट विंडीज के
कप्तान जेसन होल्डर (9) का विकेट लेने में भी सफल रहे। इंग्लैंड के सामने अब
आंद्रे रसेल की चुनौती थी जिसे वुड ने खत्म कर दिया। रसेल 16 गेंदों पर एक चौके और
दो छक्के के साथ 21 रन बनाकर वोक्स को कैच देकर पवेलियन लौट लिए।
इस बीच
दूसरे छोर पर खड़े पूरन ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था, लेकिन आर्चर ने उन्हें
ज्यादा आगे नहीं जाने दिया और 202 के कुल स्कोर पर उनकी पारी का अंत
किया। इसी स्कोर पर आर्चर ने शेल्डन कॉटरेल को बिना खाता खोले पवेलियन भेज
दिया। यहां से आर्चर और वुड ने विंडीज को टिकने नहीं दिया। कार्लोस ब्रैथवेट ने 14
रन बनाए। शैनन गैब्रिएल खाता भी नहीं खोल पाए। इंग्लैंड के लिए आर्चर और वुड ने
तीन-तीन विकेट लिए।
रूट ने
दो सफलताएं अर्जित कीं तो वहीं वोक्स और प्लंकट के हिस्से एक-एक विकेट आया।